अपने दांतों का रखें ख्याल, आइए “इंदिरा डेंटल केयर" Varanasi का सबसे भरोसेमंद दंत चिकित्सालय

आदरणीय भाईयों और बहनों
क्या आप अपने दांतों की समस्याओं से परेशान हैं ? क्या आपको दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन, या किसी भी प्रकार की दंत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ? तो अब चिंता की कोई बात नहीं है ! इंदिरा डेंटल केयर में हम आपके दांतों का इलाज करते हैं नवीनतम तकनीक और अत्याधुनिक उपकरणों  के साथ । हमारी प्राथमिकता है कि आपको मिले बेहतरीन और दर्दमुक्त इलाज , ताकि आप बेफिक्र होकर मुस्कुराते रहें ।
हमारे यहां आपको मिलेगा:
दर्दमुक्त इलाज: हम आपका इलाज ऐसे आधुनिक उपकरणों से करते हैं जिससे दर्द का अनुभव न के बराबर होता है ।
नवीनतम तकनीक: हमारे पास हैं डिजिटल एक्स-रे , अल्ट्रासोनिक स्केलर, और इलेक्ट्रिक डेंटल ड्रिल जैसे आधुनिक उपकरण, जो आपके इलाज को तेज, सुरक्षित और प्रभावी बनाते हैं ।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान: हर उपकरण की साफ-सफाई और स्टेरलाइजेशन का विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि आप बिना किसी चिंता के अपना इलाज करा सकें ।
हमारे आधुनिक उपकरण:
डिजिटल एक्स-रे मशीन:  इसमें कम रेडिएशन के साथ आपके दांतों की पूरी जानकारी ली जाती है, जिससे बीमारी का सटीक पता चलता है ।
अल्ट्रासोनिक स्केलर:  यह मशीन आपके दांतों की सफाई को आसान और दर्दमुक्त बनाती है ।
इलेक्ट्रिक डेंटल ड्रिल: इससे कैविटी को बिना दर्द के ठीक किया जाता है, और दांतों का उपचार होता है।
क्यों चुनें इंदिरा डेंटल केयर?
अनुभवी डॉक्टर:  हमारे डॉक्टर, डॉ. इंदिरा, जो कि Varanasi के प्रसिद्ध दंत विशेषज्ञों में से एक हैं, आपके इलाज का ध्यान रखेंगी ।
सस्ती और उचित दरें: इलाज की दरें इतनी उचित हैं कि हर कोई इसका लाभ उठा सके ।
आरामदायक माहौल: हमारे क्लिनिक में आपको मिलेगा घर जैसा आरामदायक माहौल।
आइए और अनुभव कीजिए एक नया मुस्कुराहट का एहसास!
आज ही पधारें इंदिरा डेंटल केयर, रिंग रोड महावीर, आजमगढ़ रोड, वाराणसी और हमारे आधुनिक इलाज का लाभ उठाएं। हम आपकी सेवा में सदैव तत्पर हैं । समय रहते  इलाज करवाएं और दर्द से छुटकारा पाएं ।

Our Instruments:

All the treatments at IDC:

दांतों की सफाई (Teeth Cleaning)

उपचार प्रक्रिया:

  • दांतों की सतह से टारटर और प्लाक को हटाया जाता है।
  • इसके बाद पॉलिशिंग की जाती है ताकि दांत साफ और चमकदार दिखें।
  • फ्लोराइड ट्रीटमेंट से दांतों को मज़बूत किया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों में सड़न और मसूड़ों की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
  • मसूड़ों से खून आना और सूजन हो सकती है।
  • पायरिया जैसी गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं।

रूट कैनाल उपचार (Root Canal Treatment)

उपचार प्रक्रिया:

  • दांत के भीतर संक्रमित या क्षतिग्रस्त नसों को हटाया जाता है।
  • साफ-सफाई के बाद खाली जगह को भर दिया जाता है।
  • अंत में दांत को मुकुट (crown) से कवर किया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • गंभीर दर्द और संक्रमण फैलने का खतरा।
  • दांत को निकालने की आवश्यकता हो सकती है।
  • चेहरे में सूजन और फोड़े (abscess) का निर्माण हो सकता है।

दांत भराई (Dental Filling)

उपचार प्रक्रिया:

  • सड़े हुए या टूटी हुई जगह को साफ किया जाता है।
  • इसके बाद उस स्थान को फिलिंग सामग्री (जैसे सिल्वर, कॉम्पोज़िट) से भरा जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों में बड़ा छेद हो सकता है।
  • संक्रमण और दर्द बढ़ सकता है।
  • अंततः दांत टूट सकता है या उसे निकालना पड़ सकता है।

दांत निकालना (Tooth Extraction)

उपचार प्रक्रिया:

  • खराब या क्षतिग्रस्त दांत को निकाला जाता है।
  • यदि आवश्यक हो, तो निकाले गए दांत की जगह कृत्रिम दांत लगाया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • संक्रमण फैल सकता है।
  • दर्द बढ़ सकता है और आसपास के दांत भी प्रभावित हो सकते हैं।
  • दांत का घिसना या हिलना शुरू हो सकता है।

दांत सफेद करना (Teeth Whitening)

उपचार प्रक्रिया:

  • ब्लीचिंग या लेज़र के माध्यम से दांतों को सफेद किया जाता है।
  • दांतों की सतह से दाग और धब्बों को हटाया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों का पीलापन और दाग स्थायी हो सकते हैं।
  • सौंदर्य के दृष्टिकोण से असंतोष हो सकता है।

ब्रेसिज़ (Braces)

उपचार प्रक्रिया:

  • तिरछे या ग़लत रूप से व्यवस्थित दांतों को ठीक करने के लिए मेटल या पारदर्शी ब्रेसिज़ लगाए जाते हैं।
  • दांतों को सही स्थिति में लाने के लिए उन्हें नियमित रूप से समायोजित किया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों का सही ढंग से न बैठना।
  • जबड़े में दर्द और खाया-पिया चबाने में कठिनाई।
  • आत्मविश्वास में कमी।

डेंटल इम्प्लांट (Dental Implant)

उपचार प्रक्रिया:

  • खोए हुए या निकाले गए दांत की जगह टाइटेनियम स्क्रू को जबड़े की हड्डी में प्रत्यारोपित किया जाता है।
  • इसके ऊपर कृत्रिम दांत (क्राउन) लगाया जाता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • आस-पास के दांतों में घिसाव और हड्डियों की हानि।
  • खाना चबाने और बोलने में कठिनाई।
  • चेहरे की बनावट बिगड़ सकती है।

डेंटल ब्रिज (Dental Bridge)

उपचार प्रक्रिया:

  • दो स्वस्थ दांतों के बीच नकली दांत को स्थायी रूप से फिट किया जाता है।
  • यह खोए हुए दांत को बदलने में मदद करता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • बचे हुए दांतों में बदलाव और दर्द।
  • चबाने में कठिनाई और जबड़े में दर्द।
  • चेहरे की संरचना पर असर।

फ्लोराइड ट्रीटमेंट (Fluoride Treatment)

उपचार प्रक्रिया:

  • दांतों पर फ्लोराइड का लेप लगाया जाता है जिससे दांत मजबूत बनते हैं और सड़न से बचते हैं।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों में सड़न का खतरा बढ़ जाता है।
  • दांत कमजोर होकर टूट सकते हैं।
  • मसूड़ों की बीमारियाँ हो सकती हैं।

मसूड़ों का उपचार (Gum Treatment)

उपचार प्रक्रिया:

  • संक्रमित मसूड़ों को साफ किया जाता है।
  • गंभीर मामलों में सर्जरी द्वारा क्षतिग्रस्त मसूड़ों की मरम्मत की जाती है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और दांत गिर सकते हैं।
  • हड्डियों की हानि हो सकती है।
  • चेहरे में सूजन और फोड़े का निर्माण।

डेंटल क्राउन (Dental Crown)

उपचार प्रक्रिया:

  • टूटे हुए या कमजोर दांत पर एक कवर लगाया जाता है।
  • यह दांत को संरक्षित और मजबूत करता है।

समय पर इलाज न कराने के प्रभाव:

  • दांतों में दर्द और संक्रमण।
  • दांत टूट सकते हैं।
  • अंततः दांत को निकालने की आवश्यकता हो सकती है।
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